Clock Tower, Dehradun Photo-Subir |
यहाँ प्रस्तुत है उनका सद्ध्य प्रेषित जनगीत ;
ये कैसी राजधानी है! ये कैसी राजधानी है!!
हवा में जहर घुलता औ' जहरीला सा पानी है !!! ये कैसी राजधानी.......
हवा में जहर घुलता औ' जहरीला सा पानी है !!! ये कैसी राजधानी.......
शरीफों के दर्द को यहाँ कोई नहीं सुनता,
यहाँ सबकी जुवां पर दबंगों की कहानी है !! ये कैसी राजधानी.........
यहाँ सबकी जुवां पर दबंगों की कहानी है !! ये कैसी राजधानी.........
कहाँ तो साँझ होते ही शहर में नींद सोती थी,
कहाँ अब 'शाम होती है' ये कहना बेमानी है !! ये कैसी राजधानी.......
कहाँ अब 'शाम होती है' ये कहना बेमानी है !! ये कैसी राजधानी.......
मुखौटों का शहर है ये ज़रा बच के निकलना तुम,
बुढ़ापा बाल रंगता है ये कैसी जवानी है !! ये कैसी राजधानी.......
बुढ़ापा बाल रंगता है ये कैसी जवानी है !! ये कैसी राजधानी.......
नदी नालों की बाहों में बिवशता के घरौंदे हैं,
गरीबी गाँव से चलकर यहाँ होती सयानी है !! ये कैसी राजधानी......
गरीबी गाँव से चलकर यहाँ होती सयानी है !! ये कैसी राजधानी......
शहर में पेड़ लीची के बहुत सहमे हुए से हैं,
सुना है एक 'बिल्डर' को नयी दुनिया बसानी है !! ये कैसी राजधानी......
सुना है एक 'बिल्डर' को नयी दुनिया बसानी है !! ये कैसी राजधानी......
न चावल है, न चूना है, न बागों में बहारें है,
वो देहरादून तो गम है फ़क़त रश्मे निभानी है !! ये कैसी राजधानी......
वो देहरादून तो गम है फ़क़त रश्मे निभानी है !! ये कैसी राजधानी......
महानगरी 'कल्चर' ने सब कुछ बदल डाला,
इक घन्टाघर पुराना है औ' कुछ यादें पुरानी है !! ये कैसी राजधानी.......
इक घन्टाघर पुराना है औ' कुछ यादें पुरानी है !! ये कैसी राजधानी.......
हरजीत पर की गयी टिप्पणी की मार्फत आपके ब्लाग तक पहुंचा हूं
ReplyDeleteअच्छा लगा.फ़ुर्सत से सारी सामग्री देखूंगा
बेहद ही उम्दा और सटीक रचना .
ReplyDeleteआप के ब्लॉग पर आकर बहुत अच्छा लगा.
bahut acha likha hai aapne...subhir ji
ReplyDeleteek bat kahna chahugi subhir ji...pls aap apne comments se word verification hata dijiye...jisse apke posts par comments jyada aaye...thanks Archana
ReplyDeleteThanks Archana jee. Maine is or pahle dhyan naheen diya.
ReplyDeleteमहानगरी 'कल्चर' ने सब कुछ बदल डाला,
ReplyDeleteइक घन्टाघर पुराना है औ' कुछ यादें पुरानी है !! ये कैसी राजधानी.
bबहुत सुन्दर गीत है एक एक पँक्ति आज का सच ब्याँ कर रही है। धन्यवाद।
सुन्दर शब्दों में बहुत बढ़िया भावनात्मक अभिब्यक्ति, आभार!!
ReplyDeleteभावनात्मक अभिब्यक्ति....
ReplyDeleteRawat ji yadi font colour blue ki jgh koi or chuntey to kavita bhali-bhanti highlight hoti or aankhon main jyada stain bhi nahi padtah.ya fir background colour bhi change kiya jaa sakta hai, overall abhi dehradun main jis gati se sarkari imarton ka nirmaan ho raha hai usey dekh lagta hai ab gairsain ko bhulna hi hoga.
regard.......
Main nahin janta tha ki Shri Chandan Negi itne uchh sttar ke kavi aur itni sachii bhawna see likhe te hain.
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