देवभूमि : लैण्ड ऑव द गॉड्स
बहुत दिनों बाद एक अच्छी फिल्म देखने को मिली। गूगल में कब से थी, कह नहीं सकता। इस सप्ताह तीन दिन के लिए उसके पास जाना हुआ तो उसने यह फिल्म देखने का सुझाव दिया। उसे फिल्में देखने का बड़ा शौक है विशेषकर हॉलीवुड की फिल्में, परन्तु हिन्दी समानान्तर सिनेमा देखना भी नहीं छोड़ता। उड़ान, अन्तर्द्वन्द, गांव, स्टेनले का डिब्बा, शकुन्तला आदि अनेक फिल्में उसने ही मुझे देखने को दी।
फिल्म ने उत्तराखण्ड को विश्व सिनेमा के पर्दे पर एक विशिष्ठ पहचान दी है। औली, तुंगनाथ, चोपता, जोशीमठ, बद्रीनाथ आदि दर्शनीय स्थलों पर फिल्माकिंत यह फिल्म 'टोरण्टो फिल्म फेस्टिवल' के लिए भी चयनित हुई है।
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